Friday, December 31, 2010

नया साल मुबारक..

खूबसूरत से दिन
और उससे भी मीठी रातें
कुछ खुश्क हवा..
तो कुछ गीली रेत
मस्त सी बारिश..
वो मिट्टी की खुशबू..

माँ की गोद
पापा की डांट  
दोस्तों की वो सीटी..
छेड़-छाड़ वाला प्यार

बोस्स से surprise gifts (!)
colleagues के साथ coffees
shopping का मज़ा
और वो लुट जाने का uncomfortable ख़याल  

वो नयी वाली गाडी
वो occasional tyre puncture

drawing room के लिए एक नया flower vase
और उसमे (बसंती या चमेली)  के फूल (:P)
..

किताबें
जूते
मिठाई-aan    
बधाई-aan  
कुछ उलझने
कुछ शरारतें
कुछ नयी हिम्मत
और कुछ कभी न छूटने वाले साथ..

वही रोज़मर्रा की आम बातें ..
पर ख्यालों की नयी दुनिया..

बस inhi सब से बना हो..
इनकी ह़ी मिठास में घुला हो..

एक और नया साल
आपका नया साल..

:)

1 comment:

iqbal abhimanyu said...
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